कंगाल होते ही वह धोखा देकर निकल जाएगी जरा सोच समझकर इश्क करना लाख वादा करके बदल जाएगी आंखों में आंसू लेकर पछताओगे जागते ही सोने वाले सरफिरे आशिक हो भिखारी हो जाओगे तुम्हारे हाथ में कटोरा देकर निकल जाएगी
हिंदी शायरी संग्रह किसी का दिल दुखाना मेरे फितरत में नहीं है मैं वादों की बुनियाद कमजोर नहीं रहता हूं शक के बिनाह पर हकीकत की दीवार गिरा दे अंतर्मन में ऐसी विकृति नहीं रखता हूं मुश्किलें रास्ता रोकने की कोशिश करें घबराकर मैदान मत छोड़ना मजबूत हौसलों से बाजी जीत सकते हैं सफलता मिलने तक संघर्ष जारी रखो Love shayari मेरा दिल कह रहा है मुझे इश्क हो गया है आजकल उसकी गलियों के चक्कर लगाने लगा हूं मोहब्बत के इशारे मिलने लगे हैं सही जगह किस्मत आजमाने लगा हूं 1. शायरी संग्रह मनोज कुमार गोरखपुर 2. Shayari sangrah 3. शायरी मनोरंजन 4. Shayari sangrah 5. shayari 6. shayari manoj kumar gorakhpur 7. Shayari 8. शायरी मनोज कुमार गोरखपुर 9. MAST SHAYARI 10. शायरी संग्रह 11. हिंदी विशाल शायरी संग्रह 12. कविता 13. SHAYARI INDIA 14. hindi songs 15. Shayari 16. हिंदी मसाला-शायरी संग्रह 17. हिंदी शायरी संग्रह 18. hindi shayari 19....